श्रीमद्भगवद्गीता महाभारत का एक अंश है, जो महाभारत युद्ध<0 के आरंभ से पहले भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेशों का संग्रह है। इसमें 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं, जो धर्म, कर्म, ज्ञान और भक्ति के सिद्धांतों की व्याख्या करते हैं। गीता को उपनिषदों का सार, 'ईश्वर-संगीत' और 'मानवता का सुसमाचार' भी कहा जाता है, क्योंकि यह जीवन की विभिन्न कठिनाइयों से निपटने के लिए एक व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है।